गाजियाबाद। नगर निगम के वार्ड 39 से पार्षद पंडित हिमांशु लव ने गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के खिलाफ सीधा मोर्चा खोल दिया है। आज हिमांशु लव ने एक विज्ञप्ति जारी कर नेहरू स्टेडियम को लीज पर दिए जाने के विषय में अपना विरोध किया। पार्षद का सीधा आरोप है कि जीडीए के इस प्रयास के पीछे कोई प्रभावशाली आका अवश्य है। जो इस स्टेडियम को कमाई का साधन बनाना चाहता है।
उन्होंने कहा कि पहले भी जीडीए द्वारा स्टेडियम को लीज पर दिए जाने का प्रयास किया जा चुका है। तब स्टेडियम में घूमने वाले लोगों, खिलाड़ियों, सत्ताधारी राजनीतिक दल व विपक्षी राजनीतिक दलों द्वारा संयुक्त रूप से इसका विरोध किया गया था। उस भारी विरोध के चलते प्राधिकरण को स्टेडियम लीज पर देने का निर्णय वापस लेना पड़ा था। अब 25 जून 2019 को पुनः बोर्ड बैठक में थर्ड-नेहरू नगर स्थित नेहरू स्टेडियम को प्राइवेट सेक्टर को लीज पर देने का प्रस्ताव पास कर दिया गया है। इस प्रस्ताव का जीडीए बोर्ड सदस्यों ने विरोध किया परन्तु प्रस्ताव पास कर दिया गया।
पार्षद हिमांशु लव ने तर्क दिए हैं कि जनता को ऐसी जन सुविधाएं उपलब्ध कराना विकास प्राधिकरण की जिम्मेदारी है। स्टेडियम की भूमि की कीमत गाजियाबाद विकास प्राधिकरण पूर्व में ही नेहरू नगर के भूखंड आवंटियों से वसूल कर चुका है। यह संपत्ति शहर के नागरिकों की है। इस तरह विकास प्राधिकरण का यह निर्णय लेना न्याय संगत नहीं है। हिमांशु लव ने सीधा सवाल उठाया है कि वह कौन आका है जिनके कहने पर शहर के नागरिकों की संपत्ति को खुर्दबुर्द करने का प्रयास किया जा रहा है।