नई दिल्ली। मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में एक बार फिर बेरोजगारी दर के आंकड़ों को लेकर बहस छिड़ी हुई है. इस बीच, सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी (सीएमआईई) की बेरोजगारी पर नए आंकड़ों से सरकार की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. सीएमआईई की नई रिपोर्ट के मुताबिक इस साल जून में बेरोजगारी दर के आंकड़े 33 महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गए. बता दें कि मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का यह पहला महीना था. नरेंद्र मोदी की अगुवाई में एनडीए सरकार का गठन 30 मई को हुआ था.
33 महीने का उच्चतम स्तर
सीएमआईई की रिपोर्ट में बताया गया है कि इस साल जून में बेरोजगारी दर के आंकड़े बढ़कर 7.91 फीसदी पर पहुंच गए हैं. इससे पहले सितंबर 2016 में बेरोजगारी दर के आंकड़े इस स्तर पर थे. वहीं एक साल पहले जून 2018 में बेरोजगारी दर 5.8 फीसदी पर रही थी जबकि मई 2019 में यह आंकड़ा 7.2 फीसदी पर पहुंच गया था. वहीं अगर रोजगार की दर के आंकड़ों की बात करें तो जून, 2019 में यह 39.42 फीसदी पर था.
रोजगार दर के आंकड़े
रोजगार दर के आंकड़े जनवरी, 2016 के बाद सबसे निचले स्तर पर हैं. सीएमआईई की रिपोर्ट में कहा गया, ” जून के पहले हफ्ते में बेरोजगारी दर के आंकड़े 9 फीसदी पर थे हालांकि इसके बाद गिरावट शुरू हो गई. महीने के आखिरी हफ्ते में यह 7 फीसदी तक लुढ़क गया. ” रिपोर्ट के मुताबिक 2019-20 की पहली तिमाही में रोजगार की दर 39.6 फीसदी थी. 2016 के बाद से यह रोजगार की सबसे कम तिमाही दर है. मार्च 2019 की तिमाही के दौरान रोजगार दर के आंकड़ों में 39.7 फीसदी से 39.9 फीसदी की वृद्धि हुई है.
सरकार ने किया था खारिज
यह रिपोर्ट ऐसे समय में आई है जब सरकार ने केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) के बीते दिनों के बेरोजगारी के आंकड़ों को भ्रामक बताया है. हाल ही में संसद में श्रम मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संतोष गंगवार ने कहा कि सरकार बेरोजगारी दर को लेकर जल्द आंकड़े जारी करेगी.
दरअसल, संसद में कांग्रेस के लोकसभा सदस्य अदूर प्रकाश ने देश में बेरोजगारी की ऊंची दर के बारे में सवाल पूछा. इसी सवाल के जवाब में गंगवार ने कहा कि रिपोर्ट पूरी तरह से सच नहीं है. उन्होंने कहा, ” ये सब भ्रामक बात है. रोजगार सृजन सरकार सरकार की प्राथमिकता है.” बता दें कि सीएसओ ने बेरोजगारी दर के आंकड़ों को 45 साल के उच्चतम स्तर पर बताया था. हालांकि संतोष गंगवार का कहना है कि प्रधानमंत्री की रोजगार सृजन कार्यक्रम (पीएमईजीपी) के तहत 31 मार्च 2019 तक 5,86,728 रोजगार दिए गए. वहीं प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (पीएमएमवाय) के तहत 31 मार्च तक 18.26 करोड़ लोन बांटे गए हैं.