गाजियाबाद। गुरुकुल शिक्षा पद्धति को जन जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से डालमिया ब्रिज एजुकेशन प्राइवेट लिमिटेड और नमो गंगे ट्रस्ट द्वारा गाजियाबाद कौशांबी के एक होटल में एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस मौके पर डालमिया ग्रुप के चेयरमैन संजय डालमिया ने कहा कि योग मेडिटेशन, गुरूकुल और भारतीय शिक्षा पद्धति को पाठ्यक्रम में शामिल करके ही युवाओं को आत्मनिर्भर बनाया जा सकता है।
डालमिया ग्रुप के चेयरमैन संजय डालमिया ने बताया कि भारत को विश्व गुरु बनाने के लिए भारतीय शिक्षा पद्धति, गुरुकुल शिक्षा पद्धति, योग मेडिटेशन को एक बार फिर से स्कूल के पाठ्यक्रम में शामिल करना होगा। इसके साथ साथ योग मेडिटेशन के माध्यम से युवाओं को आत्मनिर्भर बनाया जाएगा। इसके लिए डालमिया ब्रिज एजुकेशन प्राइवेट लिमिटेड स्कूलों के माध्यम से मेडिटेशन की क्लासेस विशेषज्ञों द्वारा उपलब्ध कराएगा। इसके साथ साथ नित्यानंद हिंदू विश्वविद्यालय की ओर से की ओर से महामाया प्रिया, मां भक्ति प्रिया, महाप्राण प्रिया ने मौजूद रही। लोगों को मेडिटेशन योग गुरुकुल शिक्षा पद्धति की विशेषताओं को विस्तार से बताया और जोर दिया कि प्रत्येक मानव में 460 गुण पाए जाते हैं जोकि मेडिटेशन द्वारा जागृत किया जा सकता है।
नमो गंगे के इवेंट कोऑर्डिनेटर पंकज त्रिपाठी ने बताया कि नमो गंगे नमो गंगे स्कूल में इस मैडिटेशन गुरुकुल शिक्षा पद्धति को जन-जन तक पहुंचाने में जो भी सहयोग होगा, सत्य प्रतिशत देगा। इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से डालमिया ब्रिज एजुकेशन के शिव रंजन पटनायक, प्रीति सचदेवा, महक बाबर उपस्थित रहे। इस संगोष्ठी में मुख्य रूप से डालमिया ग्रुप के चेयरमैन संजय डालमिया, नमो गंगे ट्रेस के इवेंट कोऑर्डिनेटर पंकज त्रिपाठी के साथ-साथ जेके जी इंटरनेशनल स्कूल, डीपीएस, डीपीएसजी, साईं रचना फाउंडेशन, नया सवेरा फाउंडेशन, भागीरथ पब्लिक स्कूल, एसके पब्लिक स्कूल के अलावा ग्रीनमैन विजयपाल बघेल, डॉक्टर अरुण विशेष रूप से उपस्थित रहे।