गाजियाबाद। मसूरी थानाक्षेत्र में 17 जून की शाम थाने में शिकायत करने पहुंचे पीड़ित को पुलिस ने हवालात में बंद कर दिया। आरोप है कि सुबह उन्हें थाने से ही 10 हजार रुपये लेकर छोड़ दिया गया। बाद में उन्हें झगड़े के ही मामले में धारा 151 का आरोपित बना फरार भी दिखा दिया।
पीड़ित ने बुधवार को एसएसपी से शिकायत की, जिसकी जांच सीओ सदर को जांच सौंपी गई है। मसूरी की एक कॉलोनी में रहने वाले पीड़ित ने बताया कि घर के सामने आवासीय क्षेत्र में स्थित बेकरी के कर्मचारियों और उनके पड़ोसियों में 17 जून को ब्रेकर लगाने को लेकर झगड़ा हुआ, जिसके बाद बेकरी में काम करने वाले 4-5 लोग उनके घर में घुसे और ब्रेकर लगाने में सहयोग का आरोप लगा पत्नी से छेड़छाड़ व मारपीट की।
आरोपित उनकी बेटी से भी आते-जाते छेड़छाड़ करते हैं। बेटी ने दो बार और घर पहुंचने के बाद पीड़ित ने तीन बार 100 नंबर पर कॉल की, लेकिन 20-30 मिनट तक पुलिस नहीं पहुंची। वह पड़ोसी व पत्नी को लेकर मसूरी थाने पहुंचे। पुलिस ने तहरीर से छेड़छाड़ हटाने को कहा, जिसका विरोध करने पर क्षेत्र की चौकी के प्रभारी ने उन्हें व पड़ोसी को हवालात में बंद कर दिया। थाने से छोड़कर दिखाया फरार मामले में दूसरे पक्ष से सिर्फ एक ही व्यक्ति को गिरफ्तार किया।
पुलिस ने झगड़े के आरोप में दोनों पक्षों का धारा-151 के तहत चालान किया, जिसमें मजिस्ट्रेट को ही जमानत देने का अधिकार है। मगर पीड़ित को 10 हजार रुपये लेकर थाने से ही छोड़ दिया गया। कार्रवाई से बचने के लिए चार्जशीट में पुलिस ने फरार दिखा दिया। एसएसपी उपेंद्र कुमार अग्रवाल ने बताया कि शिकायत में गंभीर आरोप लगाए गए हैं। सीओ सदर प्रभात कुमार को जांच सौंपी गई है। उनकी रिपोर्ट पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।