लखनऊ। समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने तमाम अटकलों और कयासों पर विराम लगाते हुए आज स्पष्ट किया कि वह अभी कोई नयी पार्टी नहीं बनाने जा रहे हैं। मुलायम ने यहां लोहिया ट्रस्ट कार्यालय परिसर में आयोजित संवाददता सम्मेलन में कहा कि वह अभी नयी पार्टी नहीं बनाने जा रहे हैं। अगर इस बारे में कोई सवाल उठा तो संवाददता सम्मेलन कर वह जानकारी दे देंगे। उन्होंने समाजवादी विचारधारा के लोगों से अपील की कि वह सपा से जुड़ें।
मुलायम ने कहा कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव उनके बेटे हैं लिहाजा उनके साथ उनका आशीर्वाद है लेकिन उनके कई निर्णयों से वह सहमत नहीं हैं। एक सवाल पर मुलायम ने कहा कि वही सपा का नेतृत्व कर रहे हैं।
सपा संस्थापक ने एक अन्य सवाल पर अखिलेश की आलोचना करते हुए कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री ने विधानसभा चुनाव के बाद पार्टी अध्यक्ष पद छोड़ने का वादा किया था, जिसे उन्होंने पूरा नहीं किया। जो व्यक्ति अपनी बात का पक्का नहीं हो और जिसने अपने बाप को धोखा दिया, वह किस्मत का धनी नहीं हो सकता। इस सवाल पर कि वह अखिलेश के साथ हैं या उनके प्रतिद्वंद्वी चाचा शिवपाल सिंह यादव के साथ, मुलायम ने कहा मैं समाजवादी पार्टी के साथ हूं। मालूम हो कि सपा में अखिलेश विरोधी धड़े के सक्रिय होने और मुलायम द्वारा आज संवाददता सम्मेलन बुलाये जाने के बाद ऐसे कयास लगाए जा रहे थे कि मुलायम आज नयी पार्टी बनाने का एलान कर सकते हैं।
रविवार को समाजवादी पार्टी के राज्य स्तरीय सम्मेलन में मुलायम सिंह और उनके भाई शिवपाल यादव शामिल नहीं हुये थे, जबकि इस पार्टी को उन्होंने ही 25 साल पहले बनाया था। लोकदल के अध्यक्ष सुनील सिंह ने दावा किया था कि ‘मुलायम आज लोहिया ट्रस्ट में एक पत्रकार वार्ता आयोजित करेंगे जिसमें वह लोकदल के साथ एक नयी पार्टी की घोषणा करेंगे।’
अभी हाल में मुलायम सिंह ने अखिलेश यादव के समर्थक राम गोपाल यादव को लोहिया ट्रस्ट के सचिव पद से हटा दिया था और उनके स्थान पर शिवपाल यादव को नया सचिव बना दिया था। शिवपाल ने जून महीने में ही घोषणा कर दी थी कि वह सांप्रदायिक शक्तियों से लड़ने के लिये समाजवादी सेक्यूलर फ्रंट बनायेंगे।