साहिबाबाद । पेट्रोल पंप प्रबंधक सोनू शर्मा को दोनों गोली पीछे से सटाकर दागी गई है। गर्दन के पास दागी गई गोली से उनकी शर्ट भी जली है। गर्दन के आसपास बारूद के धुआं का निशान मिला है। इन परिस्थितियों से पुलिस मान रही है कि सोनू की हत्या किसी बहुत ही नजदीकी व्यक्ति ने की है।
थाना प्रभारी साहिबाबाद राकेश कुमार ने बताया कि सोनू का शव चालक सीट पर मिला है। उसके गर्दन और सिर में पीछे से एक-एक गोली लगी है। दोनों गोली अंदर धंसी हुई है। गोली अंदर धंसी होने से साफ हो रहा है कि वह अत्याधुनिक असलहे से नहीं दागी गई है, वरना वह बाहर निकल जाती। वहां पर पानी के तीन बोतल मिले हैं। चालक के बगल की सीट पर ही रुपयों से भरा बैग मिला है। इससे लग रहा है कि किसी करीबी के साथ सोनू खुद ही कार चलाकर करहैड़ा पहुंचा। वहां पर कुछ खाया पिया। करीबी एक से अधिक हो सकते हैं, जो पिछली सीट पर बैठे थे और उन्हीं ने पीछे से गोली मार दी। उन्होंने बताया कि कार, घटना स्थल और बोतलों से फॉरेंसिक टीम बुलाकर साक्ष्य एकत्र किए गए हैं। वहीं, कार से एक महिला के पर्स मिलने की सूचना मिली है लेकिन पुलिस के अधिकारियों ने इसकी पुष्टि नहीं की है।
मृत सोनू शर्मा मूल रूप से बुलंदशहर के थाना जहांगीरबाद ग्राम कुरैना के रहने वाले थे। उनकी पत्नी अंजलि शर्मा, बेटी कनक और बेटा अंतरिक्ष है। उनका साला कुलदीप शर्मा भी पंप पर काम करते हैं। कुलदीप ने बताया कि दोपहर करीब 11:30 बजे सोनू ने कॉल कर कनक की तबीयत खराब होने की बात कर स्कूल से लेने को कहा। वह कनक को स्कूल से लेकर घर छोड़ दिया। दोपहर करीब डेढ़ से रात 10 बजे तक सोनू के दोनों नंबरों पर कॉल किया लेकिन उत्तर नहीं मिला। अंजलि ने तीसरा नंबर बताया, उस पर भी घंटी गई लेकिन उत्तर नहीं मिला। उसके बाद सभी मोबाइल बंद हो गए। सुबह पुलिस को उसका मोबाइल ऑन मिला। उन्होंने पुलिस से सवाल किया कि रात में मोबाइल बंद होने के बाद सुबह किसने उसे ऑन किया। पुलिस ने उन्हें बताया कि अंतिम लोकेशन सेवाधाम नंद ग्राम मिली है। जांच की जा रही है।
पेट्रोल पंप की सीसीटीवी कैमरों की जांच में सोनू अपनी वैगन आर कार लेकर बैंक की ओर नहीं गए। फुटेज में वह एनएच – नौ (24) की ओर जाते दिख रहे हैं। इसी से पेट्रोल पंप मालिक प्रतिक गर्ग को लगा कि सोनू उनके रुपये लेकर फरार हो गए। इसी आधार पर प्रतीक गर्ग ने सोनू के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई।
कुलदीप ने बताया कि सोनू मिलनसार प्रवृत्ति के थे। वह करीब 15 साल से पेट्रोल पंप पर नौकरी कर रहे थे। उनकी किसी से कोई रंजिश नहीं है। पुलिस परिजनों ने पुरानी रंजिश और प्रेम संबंध या अन्य ¨बदुओं पर जांच कर रही है। पुलिस का मानना है कि सोनू के साथ लूट नहीं हुई है। उनकी हत्या की गई है, क्योंकि यदि लूट होती तो 11 लाख रुपये नकद, कीमती मोबाइल व अन्य सामान भी गायब होते। 17.50 लाख लेकर निकलने की बात की पुलिस पुष्टि करने का प्रयास कर रही है। पुलिस का कहना है कि हो सकता है कि सोनू 11 लाख रुपये लेकर ही निकला हो। यह भी हो सकता है कि उसने किसी को साढ़े छह लाख रुपये दे दिए हों।