इंदिरापुरम पुलिस ने किया कलेशक्शन एजेंट से 15 लाख की लूट का खुलासा
गाजियाबाद। गाजियाबाद पुलिस ने इंदिरापुरम इलाके में कलेक्शन एजेंट से हुई 15 लाख रुपये की लूट का खुलासा कर दिया है. इस मामले में पुलिस ने तीन बदमाशों को गिरफ्तार किया है. उसके कब्जे से 12 लाख 4 हजार रुपये नकद, घटना में इस्तेमाल की गई बाइक, कार और डंडा बरामद किया गया है. इस वारदात में शामिल एक युवक कुख्यात बदमाश का बेटा है, वह फौजी बनने की तैयारी करते हुए लुटेरा बन गया. उस युवक का नाम सचिन है.
एसएसपी ने दी लूट को लेकर जानकारी

एसएसपी मुनिराज के मुताबिक पिछले सोमवार को दोपहर करीब दो बजे थाना इंदिरापुरम के अंतर्गत नीति खंड क्षेत्र में एक एजेंट से 14-15 लाख रुपये की लूट हुई थी. घटना स्थल का निरीक्षण करने के बाद एडिशनल एसपी और सीओ इंदिरापुरम अभय कुमार मिश्रा के नेतृत्व में एसएचओ इंदिरापुरम देवपाल सिंह पुंडीर की टीम गठित की गई. टीम ने बहुत मेहनत की है, पिछले एक हफ्ते में कई एंगल से जांच की गई. टेक्निकल एविडेंसेस और मैनुअली भी काम किया गया, इस पूरी वारदात की साजिश एक डिलीवरी ब्वॉय ने अपने दोस्तों के तैयार की थी. मुखबिर की सूचना पर एक सेंट्रो कार में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया, उनसे लगभग 12 लाख 4 हजार 320 रुपये रिकवर कर लिए गए हैं. इस गैंग में शामिल बदमाश कनिष्क नाम का आरोपी कुख्यात बदमाश जग्गू पहलवान का बेटा है. वह इस वारदात का असली सूत्रधार है. पुलिस ने खुलासा किया है कि वारदात को अंजाम देने के बाद ये शातिर लुटेरे रकम लेकर ऋषिकेश कि सैर करने के लिए निकल गए.
वापस आने के बाद पैसों की बंदरबांट करने के लिए इकट्ठा हुए, तभी मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर लिया. तीनों आरोपियों ने पहले रेकी की थी. इस रेकी में एक स्टोर में काम करने वाले व्यक्ति को भी शामिल किया था. वो अभी फरार है. पुलिस के मुताबिक जग्गू पहलवान के बेटे कनिष्क ने यह प्लान बनाया था. उसी के कहने पर तीनों ने लूटपाट की वारदात को अंजाम दिया था.
लूट मामले में पुलिस का खुलासा
गाजियाबाद एसएसपी मुनिराज जी ने बताया कि कलेक्शन एजेंट वीर बहादुर दुकानों से कैश कलेक्ट करके अपनी कंपनी की वैन में जमा कराता था. अभियुक्त सचिन को ये बात पता था कि सोमवार को उसके पास सबसे ज्यादा कैश होता है. सचिन और ऋतिक ने कलेक्शन एजेंट की रेकी की और उसकी पहचान की. जैसे ही एजेंट स्टोर से कैश लेकर बाहर निकला वैसे ही तीनों अभियुक्त उसके पीछे लग गए और कुछ दूर जाकर लकड़ी के डंडे से वार किया, जिससे उसकी बाइक असंतुलित हो गई और वो वीर बहादुर नीचे गिर गया. जिसके बाद तीन आरोपी उससे रुपयों से भरा बैग लूटकर फरार हो गए.
पुलिस ने ऐसे किया खुलासा
इस मामले की जांच के लिए सीओ अभय कुमार मिश्रा के नेतृत्व में टीम देवपाल सिंह पुंडीर की सर्विलांस टीम सीसीटीवी के द्वारा इन अभियुक्तों को गिरफ्तार किया. इनके पास से लूटी गई रकम में 12 लाख 04 हजार 320 रुपये बरामद कर लिए गए हैं इसके अलावा एक सेंट्रो कार एक तमंचा और वादी आधार कार्ड, पैन कार्ड, ड्राइवर लाइसेंस, एटीएम कार्ड और वारदात में इस्तेमाल की गई पल्सर मोटरसाइकिल बरमाद कर ली गई है.