सुनील वर्मा
नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस आयुक्त राकेश अस्थाना ने पश्चिम जिले के पुलिस स्टेशन हरि नगर परिसर में साइबर पुलिस स्टेशन, क्रेच और पुलिस सार्वजनिक पुस्तकालय का उद्घाटन किया। इस अवसर पर दो नए सार्वजनिक आउटरीच पहल अर्थात “आशीर्वाद” और “स्मार्ट एल्डर” भी पेश किए गए। इन पहलों का उद्देश्य वरिष्ठ नागरिकों को साइबर अपराध के नए रुझानों और उन्हें रोकने के उपायों के बारे में जागरूक करने के लिए सोशल मीडिया का उपयोग करने के बारे में बुनियादी सुरक्षा जागरूकता पैदा करना है।
इस अवसर पर बोलते हुए पुलिस आयुक्त अस्थाना ने इस बात पर प्रकाश डाला कि साइबर अपराध पारंपरिक अपराध की तुलना में अधिक खतरनाक होगा। अपराध के इस अनूठे रूप से निपटने के लिए सावधानी और जागरूकता की आवश्यकता है। प्रत्येक जिले में विशेष पुलिस स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं ताकि पीड़ित/शिकार लोग तत्काल मदद के लिए ट्रेंड कर्मियों से संपर्क कर सकें। चूंकि इस अपराध की संख्या लगातार बढ़ रही है और यहां तक कि अच्छी तरह से शिक्षित और जानकार व्यक्ति भी इसका शिकार होते हैं, इसलिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर जागरूकता बढ़ाने और रोकथाम के बारे में बताया जाता है।

पुलिस आयुक्त अस्थाना ने दिल्ली सायबर अपराध के पीडितों से अपील की है कि वे संकोच न करें और माता-पिता और पुलिस में विश्वास करें, अगर वे इस अपराध के शिकार हुए हैं तो तत्काल पुलिस की मदद लें।
पश्चिम जिले के इस नए साइबर पुलिस स्टेशन में क्रेच और पुलिस-सार्वजनिक पुस्तकालय भी पश्चिम जिले के लोगों को समर्पित किए गए। क्रेच की स्थापना दिल्ली पुलिस की कामकाजी महिला कर्मचारियों के लिए एक कल्याणकारी कदम है। पुलिस-पब्लिक लाइब्रेरी स्थानीय समुदाय के छात्रों के लिए एक सामुदायिक पुलिसिंग मंच है जो पढ़ाई की तैयारी के दौरान पुलिस कर्मियों और उनके बच्चों के साथ घुलमिल जाते है। इस अवसर पर मुख्य अतिथि अस्थाना ने वरिष्ठ नागरिकों, सामाजिक कार्यकर्ताओं को सम्मानित किया।
“आशीर्वाद” परियोजना अकेले रहने वाले वरिष्ठ नागरिकों को एक आपातकालीन मदद करने के लिए है। वरिष्ठ नागरिकों को आपातकालीन स्थितियों में उपयुक्त अधिकारियों से तत्काल मदद लेने के लिए संबंधित एसएचओ, बीट अधिकारी, बुजुर्ग हेल्पलाइन, दिल्ली पुलिस हेल्पलाइन, साइबर हेल्पलाइन के संपर्क नंबर जैसी जानकारी प्रदान की गई है। “आशीर्वाद” न केवल वरिष्ठ नागरिकों को सशक्त करेगा, बल्कि उनके बीच संतोष और सुरक्षा की भावना को भी मजबूत करेगा।
प्रोजेक्ट “स्मार्ट एल्डर” हमारे बड़े को तकनीक-प्रेमी बनाने की दिशा में एक असाधारण कदम है। जिले के वरिष्ठ नागरिकों को डिजिटल साक्षरता और साइबर जागरूकता पर दो दिनों का क्रैश कोर्स दिया जाएगा और उन्हें दिल्ली पुलिस एप्लिकेशन, सोशल मीडिया एप्लिकेशन, ऑनलाइन शॉपिंग एप्लिकेशन, टैक्सी बुकिंग एप्लिकेशन और अन्य उपयोगी ऐप्स के बारे में शिक्षित किया जाएगा। वरिष्ठ नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए इस क्रैश कोर्स में साइबर अपराध जागरूकता सत्र भी शामिल किया गया, जिसमें सैकड़ों वरिष्ठ नागरिकों ने भाग लिया।
इस अवसर पर स्पेशल सीपी दीपेंद्र पाठक, ज्वाइंट सीपी मीनू चौधरी और एडीशनल चिन्मय बिश्वाल सहित पश्चिम जिले के सम्मानित लोग उपस्थित थे।