गाजियाबाद। यूपी बोर्ड हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट की परीक्षाओं के दौरान चिकित्सकीय अवकाश प्राप्त करने वालों की सीएमओ द्वारा दोबारा जांच कराई जाएगी। वजह बोर्ड परीक्षाओं के दौरान ड्यूटी से बचने के लिए कुछ अस्वस्थता का प्रमाण पत्र प्रस्तुत कर चिकित्सकीय अवकाश प्राप्त कर लेते हैं। इसलिए ड्यूटी न करने के लिए आने वाले सभी अस्वस्थता, प्रमाण पत्रों की सीएमओ पुन: जांच करेंगे। सीएमओ से जारी प्रमाण पत्र पर ही चिकित्सकीय अवकाश मान्य होगा।
माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश प्रयागराज की ओर से होने वाली हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट की परीक्षाएं 24अप्रैल से प्रारंभ होकर 12 मई को समाप्त होगी। विगत वर्षो की परिषदीय परीक्षाओं में प्रधानाचार्य एवं अध्यापक केंद्र व्यवस्थापक एवं कक्ष निरीक्षक का कार्य नहीं करना चाहते हैं। इसके लिए वह अस्वस्थता का प्रमाणपत्र प्रस्तुत कर चिकित्सकीय अवकाश प्राप्त कर लेते हैं। इससे डीआइओएस को परीक्षा कराने में केंद्रों पर केंद्र व्यवस्थापक व कक्ष निरीक्षकों की नियुक्ति करने में कठिनाई का सामना करना पड़ता है।
जिला विद्यालय निरीक्षक रविदत्त ने बताया कि परीक्षा के सफल संचालन के लिए यह कदम उठाया गया है। परीक्षा आरंभ होने से पहले जो प्रधानाचार्य, अध्यापक चिकित्सकीय अवकाश के लिए आवेदन करें, उन्हें जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी के पास उनकी अस्वस्थता की पुष्टि कराने तथा चिकित्सा आवेदन पत्र को प्रति हस्ताक्षरित करने के लिए भेजा जाएगा। सीएमओ द्वारा जारी प्रमाणपत्र के आधार पर ही चिकित्सकीय अवकाश मान्य होगा। इस संबंध में समस्त जिले के कालिजो के प्रधानाचार्यो को आदेश जारी कर दिया गया है।